” लक्ष्य “
” लक्ष्य ”
जो दूरी आप तय कर चुके वो लक्ष्य नहीं होते। लक्ष्य पहले बनता है। फिर यात्रा शुरू होती है। लक्ष्य को प्राप्त करना ही उपलब्धि है।
” लक्ष्य ”
जो दूरी आप तय कर चुके वो लक्ष्य नहीं होते। लक्ष्य पहले बनता है। फिर यात्रा शुरू होती है। लक्ष्य को प्राप्त करना ही उपलब्धि है।