“लक्ष्य”
बनाओ लक्ष्य कुछ ऐसा
जिस पर लोग हँसे
जिसे लोग सुनें
न चाहते हुए भी
नज़र उठाकर देखें
सोचें कुछ सीखें
और हर हाल में
आप वहाँ तक पहुँचें।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
अमेरिकन एक्सीलेंट अवार्ड प्राप्त।
बनाओ लक्ष्य कुछ ऐसा
जिस पर लोग हँसे
जिसे लोग सुनें
न चाहते हुए भी
नज़र उठाकर देखें
सोचें कुछ सीखें
और हर हाल में
आप वहाँ तक पहुँचें।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
अमेरिकन एक्सीलेंट अवार्ड प्राप्त।