Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 1 min read

रोशनी का पेड़

रोशनी का पेड़ – ( 5 of 25)

हृदय की ज़मी थी , आंसू की नमी थी
उगा दुख की रात में , रोशनी का पेड़…

ख्वाब जिनकी आँख थे , पंख जिनके हौसले
देने उजाला उनको उगा , रोशनी का पेड़…

जब अंधेरा छाया , ड़र ने बड़ा डराया
पत्थरों को चीर उगा , रोशनी का पेड़…

फिर से झिलमिला उठे , ख्वाहिशों के घोंसले
नेक इरादों से उगा , रोशनी का पेड़….

बादालों से झांकता , चांद उसको ताकता
मुस्कुरा दिया जो उगा , रोशनी का पेड़…

दिन ढ़ले रात आई , धूप खिली बदली छाई
मौसम भी हारा जो उगा , रोशनी का पेड़….

खुशीयों के गुल खिले , सुकून की छाया मिले
सच्चे दिलों की मनन्तें हैं , रोशनी का पेड़…

– क्षमा ऊर्मिला

Language: Hindi
2 Likes · 108 Views
Books from Kshma Urmila
View all

You may also like these posts

आज के बच्चों की बदलती दुनिया
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हमारा कोई नहीं है
हमारा कोई नहीं है
shabina. Naaz
सरहद सीमा मातृभूमि का🙏
सरहद सीमा मातृभूमि का🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*हुस्न से विदाई*
*हुस्न से विदाई*
Dushyant Kumar
*रामपुर से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक पत्र*
*रामपुर से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक पत्र*
Ravi Prakash
D
D
*प्रणय*
🌸अनसुनी 🌸
🌸अनसुनी 🌸
Mahima shukla
अब तो गिरगिट का भी टूट गया
अब तो गिरगिट का भी टूट गया
Paras Nath Jha
अपना अपना सूरज
अपना अपना सूरज
Karuna Bhalla
"चुनाव के दौरान नेता गरीबों के घर खाने ही क्यों जाते हैं, गर
गुमनाम 'बाबा'
23/218. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/218. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
किसी के प्रति ईर्ष्या का भाव वैमनस्य का उद्भव तामसिक प्रवृत्
किसी के प्रति ईर्ष्या का भाव वैमनस्य का उद्भव तामसिक प्रवृत्
Rj Anand Prajapati
शब्दों का बोलबाला
शब्दों का बोलबाला
Sudhir srivastava
Go Ahead and Touch the Sky
Go Ahead and Touch the Sky
VINOD CHAUHAN
धूप छांव
धूप छांव
प्रदीप कुमार गुप्ता
बेटी
बेटी
डिजेन्द्र कुर्रे
नारियां
नारियां
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
शब्द ही...
शब्द ही...
ओंकार मिश्र
शोर, शोर और सिर्फ़ शोर, जहाँ देखो वहीं बस शोर ही शोर है, जहा
शोर, शोर और सिर्फ़ शोर, जहाँ देखो वहीं बस शोर ही शोर है, जहा
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Yogmaya Sharma
घुटन
घुटन
Preksha mehta
पौधे मांगे थे गुलों के
पौधे मांगे थे गुलों के
Umender kumar
*कर्म बंधन से मुक्ति बोध*
*कर्म बंधन से मुक्ति बोध*
Shashi kala vyas
जय श्री राम
जय श्री राम
goutam shaw
सत्य की खोज यानी अपने आप की खोज. जीवन का परम लक्ष्य
सत्य की खोज यानी अपने आप की खोज. जीवन का परम लक्ष्य
Dr B.R.Gupta
" धर्म "
Dr. Kishan tandon kranti
फ़िरक़ापरस्ती!
फ़िरक़ापरस्ती!
Pradeep Shoree
. शालिग्राम तुलसी विवाह
. शालिग्राम तुलसी विवाह
rekha mohan
शेर ग़ज़ल
शेर ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
- बिखरते सपने -
- बिखरते सपने -
bharat gehlot
Loading...