रे मन! यह संसार बेगाना
रे मन! यह संसार बेगाना
बेमतलब का आना-जाना।
यह जीवन है सूरज जैसा
संध्या होते है ढल जाना।
माया-मोह है यह जग सारा
क्षण भर का यह ताना-बाना।
जो है सब यही छोड़ गया वो
अंत समय जब हुआ रवाना।
रे मन! यह संसार बेगाना।
रे मन! यह संसार बेगाना
बेमतलब का आना-जाना।
यह जीवन है सूरज जैसा
संध्या होते है ढल जाना।
माया-मोह है यह जग सारा
क्षण भर का यह ताना-बाना।
जो है सब यही छोड़ गया वो
अंत समय जब हुआ रवाना।
रे मन! यह संसार बेगाना।