Posts Tag: अंजनी कुमार शर्मा 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 27 Jan 2024 · 1 min read सबका हो नया साल मुबारक सबका हो नया साल मुबारक! जीवन सुख से मुकुलित हो रंचमात्र भी नहीं व्यथित हो नववर्ष में नयी चेतना, नयी सोच, नया हाल मुबारक, सबका हो नया साल मुबारक! विगत... Poetry Writing Challenge-2 · अंजनी कुमार शर्मा · नया साल · नववर्ष · मुबारक 22 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 26 Jan 2024 · 1 min read रे मन! यह संसार बेगाना रे मन! यह संसार बेगाना बेमतलब का आना-जाना। यह जीवन है सूरज जैसा संध्या होते है ढल जाना। माया-मोह है यह जग सारा क्षण भर का यह ताना-बाना। जो है... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · अंजनी कुमार शर्मा · कविता · संसार 1 60 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 26 Jan 2024 · 1 min read प्रतियोगी छात्रों का दर्द हे प्रभु! अब उपकार करो। हम सबका बेड़ापार करो। अब नींद न आती रातों को। अब सह न पाते बातों को। हम सबसे नज़र चुराते हैं। छिप-छिपकर आते-जाते हैं। क्योंकि... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · अंजनी कुमार शर्मा · पढ़ाई · प्रतियोगी छात्र 90 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Jun 2023 · 1 min read दिल नहीं जान पाया दिल नहीं जान पाया और ये तेरा हो गया। कल तक मेरे पास था, आज अचानक खो गया। रात भर तेरी याद में नींद नहीं आई मुझे, सुबह तेरी तस्वीर... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · दिल 1 75 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Jun 2023 · 1 min read मिलता नहीं किनारा मिलता नहीं किनारा माँझी यूँ ही बैठे रहने से। मिलता नहीं सुकून कभी भी विचलित होते रहने से। बिना कर्म के जग में हर इंसान विफल हो जाता है, मिल... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · किनारा · मंजिल 87 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Jun 2023 · 1 min read परिश्रम पहली बात तो ये है कि परिश्रम करना पड़ता है। मंद-मंद ही सही मगर हरदम चलना पड़ता है। जो ख़्वाब सजा रखे हैं ग़र उनको पूरा करना है, तो उसको... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · परिश्रम 82 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Jun 2023 · 1 min read प्रतियोगी छात्र प्रतियोगी छात्रों के जीवन में संकट अपार है। युवाओं पर होता यहाँ सदा अत्याचार है।। परीक्षा में सेंटर होता कोसों दूर है। मगर क्या करे युवा, यह ज़हर पीने को... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · कविता · प्रतियोगी छात्र 66 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Jun 2023 · 1 min read खुश रहना सीखो यारों खुश रहना तुम सीखो यारों इस बेदर्द जमाने में। छप जाओगे किरदार बनके कभी किसी अफ़साने में। दुनिया पर न करो भरोसा इंसान बडा़ खुदग़र्ज यहाँ, किसी को अपना नहीं... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · खुश 298 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read नारी अबला नहीं कब तक यूँ ही नारी की अस्मत लूटी जाएगी? कब तक अपनी ही गलियों में चलने से घबराएगी? कब तक यूँ मशाल जलाकर न्याय माँगते जाएंगे? कब तक यूँ ही... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अबला · नारी 90 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read भोग की वस्तु नहीं है नारी भोग की वस्तु नहीं है नारी, कब समझेंगे यह अत्याचारी। हर दिन लुट रहा जो अस्मत है, ये नरपिशाचों की ज़हालत है। नरपिशाच सुन! नारी, सृष्टि गढ़ने वाली है। यह... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अत्याचार · नारी · वस्तु 114 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read नवरात्र पर विनती नवरात्रि के प्रथम दिवस विनती है कि सुख-शांति रहे। घर में सौहार्द रहे हमेशा आपस में न कोई भ्रांति रहे। विकसित हो अपना राष्ट्र और सब उन्नति की ओर बढे़ं।... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · नवरात्र · विनती 93 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read है जुनून कुछ करने का है जुनून कुछ करने का, कुछ पाने का, अच्छे कर्मों से दुनिया में नाम कमाने का। है जुनून एक दिन मंजिल को पा जाएंगे। मार्ग में कोई बाधा आए सबसे... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · अंजनी कुमार शर्मा · कविता · जुनून · हौसला 94 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read हरा रंग हरा रंग हरियाली का है जन-जन की खुशहाली का है हरियाली खेतों में आए तो किसानों के चेहरे खिल जाएँ। जब जंगल में छाए हरियाली पशु-पक्षी तब कलरव करते कोयल... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · हरा रंग · हरियाली · हिंदी कविता 152 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read बुराई हर युग में बुराई का जड़ से ही विनाश हुआ है, बुरे कर्म का बुरा तत्क्षण ही परिणाम मिला है। रावण, कंस, दुर्योधन का भी अहंकार चूर हुआ, इनके अत्याचारों... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अहंकार · बुराई 165 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read ज्ञान ज्ञान! दूर करता है मनुष्य के अंदर का अंधकार वह अंधकार जो उसके जीवन में अवरुद्ध कर देता है विकास के रास्ते क्षीण करता है उसके सोचने की शक्ति को... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अंधकार · ज्ञान 158 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read स्त्री स्त्री वह अद्भुत शक्ति है जिससे रचित है यह सृष्टि यह समाज यह धरा यह आकाश सब तो स्त्री से ही उत्पन्न हैं स्त्री ही तो सृष्टि की प्राण है... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · संसार · स्त्री 142 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read मन की तरंग आज हिलोरें मारती है मन की तरंग दीयों की रोशनी से रोशन है घर-आँगन कहीं पर पटाखे, कहीं पर फुलझड़ियाँ कहीं झालरों की लगी सुंदर लड़ियाँ बताशे, चूरा, रेवडी़ और... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · दीवाली · मन की तरंग 226 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read सब याद आता है भूलता नहीं मुझको तेरा शरारत करना, गलती खुद करके मेरे सिर पर मढ़ना। बचपन की यादें कोई कहाँ भूल पाता है, सब याद आता है........। तेरे साथ खेलना, जीतकर भी... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · बहन · याद 138 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read किताबें एकाकीपन हो जीवन तो साथ हमारा निभाती किताबें, सच्चे साथी जैसे तत्काल सहारा बन जाती किताबें। हर व्यक्ति के अंतर्मन के दर्द की थाह लगाती किताबें, ज्ञान जगाकर मानव में... Poetry Writing Challenge · Anjani Kumar Sharma · अंजनी कुमार शर्मा · कविता · किताबें · साथी 1 296 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Oct 2022 · 1 min read है जुनून कुछ करने का है जुनून कुछ करने का, कुछ पाने का, अच्छे कर्मों से दुनिया में नाम कमाने का। है जुनून एक दिन मंजिल को पा जाएंगे। मार्ग में कोई बाधा आए सबसे... Hindi · अंजनी कुमार शर्मा · कर्म · कविता · जुनून · सफलता 1 113 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Oct 2022 · 1 min read बुराई हर युग में बुराई का जड़ से ही विनाश हुआ है, बुरे कर्म का बुरा तत्क्षण ही परिणाम मिला है। रावण, कंस, दुर्योधन का भी अहंकार चूर हुआ, इनके अत्याचारों... Hindi · अच्छाई · अंजनी कुमार शर्मा · कविता · बुराई · बुरे कर्म 1 113 Share