रूप चतुर्दशी
✒️?जीवन की पाठशाला ?️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की हिंदू धर्म में दिवाली का विशेष महत्व है-दिवाली के पांच दिवसीय त्योहार की शुरुआत धनतेरस से हो जाती है-दिवाली को दीपावली के नाम से भी जानते हैं,दिवाली से ठीक एक दिन पहले कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी मनाई जाती है…,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की इस दिन को छोटी दिवाली, रूप चतुर्दशी और यम दीपावली के नाम से भी पहचाना जाता है- इस दिन शाम को मत्यु के देवता यमराज के नाम से भी एक दीपक जलाने की परंपरा है-मान्यता है कि ऐसा करने से घर के पूर्वज प्रसन्न होते हैं और परिवार के सदस्यों पर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं…,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी के दिन एक काम करने की मनाही होती है-मान्यता है कि इस काम को करने से सुख-समृद्धि की हानि होती है-नरक चतुर्दशी के दिन भूलकर भी अपने घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए, अगर किसी जरुरी काम से आपको बाहर जाना ही पड़े तो कोशिश करें घर में आपके अलावा कोई न कोई अवश्य मौजूद रहे…,
आखिर में एक ही बात समझ आई की इस दिन माँ लक्ष्मी एवं विष्णु भगवान के इस मंत्र का जाप दक्षिण की ओर मुँह करके करना चाहिए :ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:।
बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान