Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2023 · 1 min read

रास्ते और मुसाफिर

कई साल भटका हूं तो सही रास्ते मिले,
कई लोग मुसाफिर ही रहे, नहीं मंजिलें मिली।
गम और गुरबतों के कई काफिले मिले,
चुटकी भर मुस्कुराहट की, कई तन्हाईयां मिली।
कुछ लोग जो कह रहे थे मैं टूट जाऊंगा,
मुश्किलों और मेहनतों से रूठ जाऊंगा।
डूबता देख मुझको शायद सुकून मिले,
अफसोस के उनके हिस्से रुसवाइयां मिली।
पत्थर नहीं था मैं पर कठोर हो गया,
कुछ और था कभी, अब कुछ और हो गया।
रिश्तों की चमक दूर से दिखती जरूर थी,
नजदीकियों पर हर शख्स दूर हो गया।
जिंदगी मंजिलों की नही, रास्तों की कहानी है,
गंतव्य और इति के फासले की रवानी है।
मौत रोक ले तो गति थम जाएगी मेरी,
उस पार का सफर नया होगा, उस पार नई जवानी है।
अब मंजिलों की चाह नहीं, ना चाहता हूं कि वो मिले,
अब सफर में रहूं सदा, चल पड़ू जो नई राह मिली।
कई साल भटका हूं तो सही रास्ते मिले,
कई लोग मुसाफिर ही रहे, नहीं मंजिलें मिली।

1 Like · 2 Comments · 141 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
करो प्रतीक्षा!
करो प्रतीक्षा!
*प्रणय*
दोहा
दोहा
Shriyansh Gupta
जो लगती है इसमें वो लागत नहीं है।
जो लगती है इसमें वो लागत नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल _ सर को झुका के देख ।
ग़ज़ल _ सर को झुका के देख ।
Neelofar Khan
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
gurudeenverma198
रख हौसला, कर फैसला, दृढ़ निश्चय के साथ
रख हौसला, कर फैसला, दृढ़ निश्चय के साथ
Krishna Manshi
नहीं देखी सूरज की गर्मी
नहीं देखी सूरज की गर्मी
Sonam Puneet Dubey
बरसात आने से पहले
बरसात आने से पहले
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
वे सोचते हैं कि मार कर उनको
वे सोचते हैं कि मार कर उनको
VINOD CHAUHAN
*रोग से ज्यादा दवा, अब कर रही नुकसान है (हिंदी गजल)*
*रोग से ज्यादा दवा, अब कर रही नुकसान है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कौन कहता है ये ज़िंदगी बस चार दिनों की मेहमान है,
कौन कहता है ये ज़िंदगी बस चार दिनों की मेहमान है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Discover Hand-Picked Pet Products Curated With Love And Care
Discover Hand-Picked Pet Products Curated With Love And Care
Pet Toys and Essential
बदले नजरिया समाज का
बदले नजरिया समाज का
Dr. Kishan tandon kranti
अब क्या करे?
अब क्या करे?
Madhuyanka Raj
गये ज़माने की यादें
गये ज़माने की यादें
Shaily
मैं खड़ा किस कगार
मैं खड़ा किस कगार
विकास शुक्ल
नमन उस वीर को शत-शत...
नमन उस वीर को शत-शत...
डॉ.सीमा अग्रवाल
लोग गर्व से कहते हैं मै मर्द का बच्चा हूँ
लोग गर्व से कहते हैं मै मर्द का बच्चा हूँ
शेखर सिंह
दिल में कोई कसक-सी
दिल में कोई कसक-सी
Dr. Sunita Singh
गणेश अराधना
गणेश अराधना
Davina Amar Thakral
"You can still be the person you want to be, my love. Mistak
पूर्वार्थ
3905.💐 *पूर्णिका* 💐
3905.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
''आशा' के मुक्तक
''आशा' के मुक्तक"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
संकट मोचन हनुमान जी
संकट मोचन हनुमान जी
Neeraj Agarwal
बचपन की मोहब्बत
बचपन की मोहब्बत
Surinder blackpen
अपने
अपने
Adha Deshwal
वक्त रुकता नहीं कभी भी ठहरकर,
वक्त रुकता नहीं कभी भी ठहरकर,
manjula chauhan
कोई चाहे तो पता पाए, मेरे दिल का भी
कोई चाहे तो पता पाए, मेरे दिल का भी
Shweta Soni
ज़िन्दगी एक बार मिलती हैं, लिख दें अपने मन के अल्फाज़
ज़िन्दगी एक बार मिलती हैं, लिख दें अपने मन के अल्फाज़
Lokesh Sharma
श्री राम वंदना
श्री राम वंदना
Neeraj Mishra " नीर "
Loading...