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27 Jun 2020 · 1 min read

” राजनीतिक परिवर्तन “

लोग
घड़ी – दर – घड़ी
शब्दों का
घृणित वमन करते ,
इसी
वातावरण में पलते
जी रहे हैं
दिन – प्रतिदिन काटते ,
समयानुसार
अपना आत्म – सम्मान
ताक पर रख कर
वही दिखाई देगें
अपना
वमन चाटते ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममत सिंह देवा , 25 – 02 – 92 )

Language: Hindi
1 Like · 4 Comments · 319 Views
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