रहना साथ मेरे हमेसा/मंदीप
रहना साथ मेरे हमेसा/मंदीप
रहना आँखो के सामने हमेसा,
बन कर साया रहना साथ मेरे हमेसा।
गुजरूं जब भी तेरी गली से,
मुझ को तुम देखना हमेसा।
मै रहूँ या ना रहूँ,
तुम मेरे दिल में रहना हमेसा।
जो बात मै बया ना कर पाउ ,
तुम मेरी आँखो को पढ लेना हमेसा।
अगर हो जाये कभी गुस्ताखी हमसे,
मेरी गुस्ताखियों को माफ़ करते रहना हमेसा।
अगर रूठ जो जाऊ मै तुम से,
प्यार से मुझ को मनाना हमेसा।
जब भी बंद हो आँखे मेरी,
तुम मेरे ख्वाबो में आते रहना हमेसा।
गुजरा कल समझ कर ना भुलाना कभी,
तुम “मंदीप” को अपने दिल में रखना हमेसा
मंदीपसाई