रक्षा बंधन ( रक्षा बंधन पर्व पर विशेष )
बहन भाई का प्यारा सा पर्व रक्षाबंधन,
जगत में है ये सबसे अधिक पावन ।
पूरे वर्ष प्रतीक्षा करे बहना इस पर्व की ,
सभी पर्वों में यह है सबसे मनभावन ।
इस पर्व के साथ जुड़ी उसकी अनेक ,
भावनाएं और ढेर सारे प्यारे अरमान ।
अरमान कीमती तोहफों का नही है ,
अरमान है सिर्फ भाई के सुन्दर दर्शन।
दूर विदेश में या देश की सीमा पर हो ,
जिसका भाई ,व्याकुल रहे उसका मन।
परंतु जहां कहीं भी हो उसका भाई ,
उसे खींच लाए रेशम की डोरी का बंधन।
बड़े चाव से बहना सुन्दर थाली सजाए,
और रखे दीया,चावल,कुमकुम या चंदन ।
फिर उस थाली में सजाए स्नेह की डोरी ,
भाई बहन के नाते की अनमोल पहचान।
अपने भाई को अपने समक्ष बैठाकर ,
आरती उतारे ,तिलक लगाए प्यारी बहन।
अपने हाथों से मिष्ठान बनाकर खिलाए ,
ढेरों दुयाओं सहित मस्तक पर दे चुम्बन।
तत्पश्चात भाई अपनी बहना पर स्नेह लुटाता,
देता फिर उसे पसंद के तोहफे मन भावन।
ईश्वर करे यह प्यारा सा पर्व सदा आता रहे ,
लेकर ढेरों खुशियां से भरा हुआ दामन ।
दुनिया के हर भाई बहन की जोड़ी सलामत रहे ,
महकता रहे आनंद और हर्षोल्लास से घर आंगन।