रंगीली होली
देशों में देश अनोखा, हर रंग है इसका चोखा,
हो चाहे भाषा अनेक, या विभिन्न परिधानों का समावेश।
हर त्यौहार के पीछे है अनोखी गाथा,
पूरे संसार को जो है सीख सिखाता।
जग में जगमगाता हिन्दुस्तान,
दिवाली-होली, हर त्यौहार मनाता संसार।
त्योहारों का सरताज है होली,
भक्ति और शक्ति की बोली।
बुराई पर जीती अच्छाई,
होलिका दहन ने ये सीख सिखाई।
ना करो घमंड वरदान में मिली शक्ति का,
कोई पार नहीं कर सकता, ईश्वर में भक्ति का।
होली है रंग और हर्षोल्लास का त्योहार,
लहलहाती फसल और फागुन माह का हार।
दोस्ती और रिश्तों के रंगों में सरोबार,
भूल ऊँच-नीच का विचार, लगाते एक दूजे को गुलाल।
सबको है ये त्योहार अत्याधिक पसंद,
बनाते हैं इस दिन, गुजिया, दही भल्ला और लगाते हैं सब रंग।
हम भारतवासी करते हैं अपने संस्कारों और त्यौहारों पर गर्व,
लोहा माने दुनिया सारी, और मनाये हमारे पर्व।