योग महा विज्ञान है
भारत की माटी का गौरव, तन मन आत्म विज्ञान है
सारी दुनिया बने निरोगी, योग का ये आव्हान है
योग समूची मानवता को, खुशियों का पैगाम है
योग ध्यान ईश्वर का वंदे, प्राणों का आयाम है
तन-मन स्वस्थ रखे मानव का, जीवन जीने का ज्ञान है
ज्ञान भक्ति और कर्म योग, जीव ब्रह्म का ज्ञान है
गीता में श्रीकृष्ण ने गाया, योग महाविज्ञान है
आत्म और परमात्म मिलन का, साधन एक महान है
पतंजलि अष्टांग योग, राजयोग का गान है
लोक और परलोक संवारे, नवजीवन का गान है
रोगों से मुक्ति पाने का, योग महाविज्ञान है
योग समूची मानवता को, ऋषियों का वरदान है
सुख शांति और अमन का, दुनिया को पैगाम है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी