ये जिंदगी
कभी खुशी कभी गम अजीब सी ये लगती है
न जाने क्यूं ये जिंदगी एक पहेली सी लगती है |
सब कुछ भी पाकर ख़ाव अधूरा सा रहता है
मिले कुछ भी चाहे मगर एक कमी सी रहती है |
हर कदम पर लगता है हुई भूल कोई हमसे
ये जिंदगी अनसुलझी एक उलझन सी लगती है |
यूं तो हर अंधेरे के बाद प्रकाश जरूर आता है
उस प्रकाश की प्रतीक्षा मगर कठिन बहुत ही होती है |
पर पल पर आता है एक छलावा ,
सुन दोस्त अनंत ये जिंदगी एक छली सी लगती है |