Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

** खोज कन्हैया की **

** खोज कन्हैया की **

गीत
तर्ज—( कौन दिशा मे लेके चला रे)
कहाँ कहाँ नही खोजा तुझको कन्हैया 2,
अब आवो लेकर अवतार ,
देखो मै तो गया हार
दर्शन दो हमे दर्शन दो ||टेक||

प्यासी गैया वन वन भटके,
सुनी पड़ी गोकुल की सड़कें |
मोहन काहे तरसाय,
सखियाँ करे हाय हाय ,
हमें दर्शन दो हमें दर्शन दो ||1||

त्रेतायुग मे रावण मारे,
राक्षसी आतंक से मुनि जन तारे,
किया रावण कुल का नास
कोई फटका ना पास ,
हमें दर्शन दो दर्शन दो ||2|•

व्दापर कंस दुशासन मारे,
कलयुग मे कलकी हो पधारें,
नेता लिबरेन्डू देश मे छाये,
गिद्ध सा नोच देश को खाये |
करदो इनका संहार,
सुनलो कृष्ण मुरार
हमें दर्शन दो, दर्शन दो ||3||
कहाँ कहाँ नही खोजा तुझको कन्हैया ||

Language: Hindi
1 Like · 22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
****शिक्षक****
****शिक्षक****
Kavita Chouhan
मैं बंजारा बन जाऊं
मैं बंजारा बन जाऊं
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
goutam shaw
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
" वाई फाई में बसी सबकी जान "
Dr Meenu Poonia
कविता
कविता
Rambali Mishra
सुधार आगे के लिए परिवेश
सुधार आगे के लिए परिवेश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
आज का श्रवण कुमार
आज का श्रवण कुमार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्रेमिका को उपालंभ
प्रेमिका को उपालंभ
Praveen Bhardwaj
जिन्दगी
जिन्दगी
लक्ष्मी सिंह
मकर संक्रांति पर्व
मकर संक्रांति पर्व
Seema gupta,Alwar
मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
Naushaba Suriya
झर-झर बरसे नयन हमारे ज्यूँ झर-झर बदरा बरसे रे
झर-झर बरसे नयन हमारे ज्यूँ झर-झर बदरा बरसे रे
हरवंश हृदय
" क़ैदी विचाराधीन हूँ "
Chunnu Lal Gupta
*जनहित में विद्यालय जिनकी, रचना उन्हें प्रणाम है (गीत)*
*जनहित में विद्यालय जिनकी, रचना उन्हें प्रणाम है (गीत)*
Ravi Prakash
ये दुनिया
ये दुनिया
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कैसे आये हिज्र में, दिल को भला करार ।
कैसे आये हिज्र में, दिल को भला करार ।
sushil sarna
23/187.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/187.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
सृष्टि की उत्पत्ति
सृष्टि की उत्पत्ति
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"कैसे व्याख्या करूँ?"
Dr. Kishan tandon kranti
इल्ज़ाम ना दे रहे हैं।
इल्ज़ाम ना दे रहे हैं।
Taj Mohammad
जिन्दगी में कभी रूकावटों को इतनी भी गुस्ताख़ी न करने देना कि
जिन्दगी में कभी रूकावटों को इतनी भी गुस्ताख़ी न करने देना कि
Sukoon
Tum har  wakt hua krte the kbhi,
Tum har wakt hua krte the kbhi,
Sakshi Tripathi
मेरे फितरत में ही नहीं है
मेरे फितरत में ही नहीं है
नेताम आर सी
व्यवहार अपना
व्यवहार अपना
Ranjeet kumar patre
How to keep a relationship:
How to keep a relationship:
पूर्वार्थ
तेरी याद ......
तेरी याद ......
sushil yadav
एक सच और सोच
एक सच और सोच
Neeraj Agarwal
बरसात
बरसात
surenderpal vaidya
Loading...