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8 Feb 2024 · 1 min read

“ये कलम”

“ये कलम”
तू कलम को सौतन कहती है
पर सौतन सरीखे ना दिखती है
बस हृदय से लगाए रखता हूँ
मुझे कोई प्रेमिका सी लगती है.

5 Likes · 3 Comments · 185 Views
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