ये आशाएँ ही तो हैं
ये आशाएं
ये आशाएं ही तो हैं
जो अंधेरों में चिराग जलाती हैं
मौन में राग गाती हैं
हर ठोकर से लड़ने का साहस जगाती हैं
ये आशाएं
ये आशाएं ही तो हैं
जो अंधेरों में चिराग जलाती हैं
ये आशाएं
ये भटके को राह दिखाती हैं
सोए की नींद उड़ाती हैं
पानी में भी आग लगाती हैं
ये आशाएं
ये आशाएं ही तो हैं
जो अंधेरों में चिराग जलाती हैं
ये आशाएं
ये मुर्दे में जान लाती हैं
ये टूटे में उम्मीद जगाती हैं
जो हारा हैं खुद से
उसमें विश्वास की ज्योत जलाती हैं
ये आशाएं
ये आशाएं ही तो हैं
जो अंधेरों में चिराग जलाती हैं
ये उपवन में फूलों सी खिलती हैं
कभी आग के लपटों सी जलती है
कभी कभी मन पर पड़े घावों पर मरहम का काम करती हैं
ये आशाएं
ये आशाएं ही तो हैं
जो अंधेरों में चिराग जलाती हैं
इसकी अविरल नदियों सी धार हैं
ये हैं तो जीने का कोई सार हैं
जिसने जिया अपनी आशाओं को
वह इस भव सागर पार हैं
ये आशाएं ही तो हैं
जो अंधेरों में चिराग जलाती हैं
ये उम्मीद और विश्वास है
ये दिल की धड़कन और जीने की आस है
ये साहस हैं कुछ कर गुजरने का
इनसे ही जिंदा होने का एहसास हैं
ये आशाएं ही तो हैं
जो अंधेरों में चिराग जलाती हैं