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2 Mar 2024 · 1 min read

यें सारे तजुर्बे, तालीम अब किस काम का

यें सारे तजुर्बे, तालीम अब किस काम का
जब तूने मेहंदी रचा ली औरो के नाम का

आजतक कभी मैख़ाना न गया था ‘किशोर’
अब सहारा लेना पड़ रहा है नशीले जाम का

– केशव

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