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16 Mar 2022 · 1 min read

युवा

न हो युवा ग्रसित कभी जीवन की निराशा से,
चुनौतियों को भी जीत लो अप्रतिम आशा से।
तुम समाज के नये आश हो नये प्रकाश हो ,
राष्ट्र निर्माण के नवसृजन में नवप्रभात हो।।
।।रूचि दूबे।।

Language: Hindi
1 Like · 245 Views
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