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3 Mar 2022 · 1 min read

युद्ध उपरान्त

युद्ध उपरान्त

गवाह है इतिहास
राजभवन होते हैं गुलजार
युद्ध उपरान्त भी

करके समझोते
निकलते हैं राजभवन से
मुस्कराते हुए राष्ट्राध्यक्ष
जीते हुए भी
हारे हुए भी

मुस्कराते हुए चेहरे
छपते हैं अखबार में
राष्ट्राध्यक्षों के

उधर योद्धाओं के घर
पसर जाता है सन्नाटा
छा जाता है मातम
युद्ध उपरान्त

टंग जाते हैं कील पर
वीरगति पाए शहीद
चित्र बनकर
युद्ध उपरान्त

-विनोद सिल्ला

Language: Hindi
184 Views
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