युग सृजेता सम्मेलन
युग सृजेता सम्मेलन
गूंज रही है दसों दिशाएं,
शंखनाद अब व्याप्त है।
युवा क्रांति की हलचल से,
युग परिवर्तन की आश है।
उत्तर-दक्षिण पूरब पश्चिम,
चहुंओर जोर की आंधी है।
क्रांति रथ यात्रा की बागडोर,
युवा शक्ति ने सम्हाली है। गूंज रही है दसों दिशाएं——-
श्री राम शर्मा का युग संदेश,
स्वर्ग धरा पर आना है।
लक्षण प्रकट होना शुरू हुए,
बदलाव स्वयं में लाना है। गूंज रही हैं दसों दिशाएं—-
संकल्पित युवाओं की भागीदारी,
संगठित शक्ति में उत्साह है।
युगसृजेता है सम्मेलन,
जनवरी अठारह पास है। गूंज रही हैं दसों——
स्वयं को गढ़ने, सेवा करने,
गायत्री मिशन का साथ है।
आत्मनिर्माण से राष्ट्रनिर्माण का,
मानवता वादी उद्देश्य है।
गूंज रही हैं दसों——
नागपुर में होगी प्रस्तुति,
युवा विजन दस्तावेज खास है।
संख्या बल का लक्ष्य नही,
संकल्पित युवा ही श्रेष्ठ है। गूंज रही हैं दसों—–
आध्यात्मिक से वैज्ञानिकता,
का ही होना विकास है।
युग सृजेता सम्मेलन का,
लक्ष्य राष्ट्रीयता का विकास है।
गूंज रही हैं दसों दिशाएं–
नैतिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक,
जन जागरण अभियान है।
युवा शक्ति के माध्यम से होगा,
देश उन्नत यही उत्थान है।
गूंज रही हैं दसों दिशाएं—-