याद आयेंगे हम भी मियाँ एक दिन
हसरतें होंगी मन की जवाँ एक दिन
जीत लेंगे ये सारा जहाँ एक दिन
हौसलों के परों से उड़ाने भरो
चूम लेगा कदम आसमाँ एक दिन
जाने वाले कदम आयेंगे लौटकर
साथ होगा तेरे कारवाँ एक दिन
लूटोगे कब तलक तुम लुटेरों चमन
आयेगा लौटकर बागबाँ एक दिन
सिरफिरे हैं जी हद से गुजर जायेंगे
होगा उनको भी हम पर गुमाँ एक दिन
वक्त़ कहता है हिम्मत न हारो कभी
होगा गुलजार फिर आशियाँ एक दिन
घर से आयेगा जब भी बुलावा मिरा
छोड़ देंगे खुदाया मकाँ एक दिन
जुल्म बढ़ता रहा यूँ ही गर जीस्त पर
बोलेगा सामने बेजुबाँ एक दिन
प्यार हो जंग या आशिकी मुल्क की
तोड़ देंगे हदें नौजवाँ एक दिन
गीत ग़ज़लों की बारिश भिगोयेगी जब
याद आयेंगे हम भी मियाँ एक दिन