Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

यादों के झरने

यादों के झरने से बहता हुआ पानी,
जीवन की चिराग सी जलती यादें।
जिसे देख दिल खुश रहता है,
यादों के झरने का सबको है इंतज़ार।

यादों के झरने में बहुत सी यादें होती हैं,
जो दिल के करीब होती हैं।
जिन्हें भूलते नहीं हम कभी,
यादों के झरने से उन्हें याद करते हैं।

यादों के झरने से बहती हमारी ज़िन्दगी,
जिसे देख हमेशा होता है खुशी सा भरा।
यादों के झरने से मिलती हमें अपनों की यादें,
जो हमेशा हमारे साथ होते हैं जब हम अकेले होते हैं।

यादों के झरने से निकलती हमारी आवाज़,
जो दिल को छूती है और सुकून देती है।
यादों के झरने से मिलती हमें खुशियां,
जो हमेशा हमारे साथ होती हैं।

यादों के झरने से बहती हमारी यादें,
जो जीवन के संगीत सी होती हैं।
जिसे सुनकर दिल खुश होता है,
यादों के झरने का सबको है इंतज़ार।

1 Like · 122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sidhartha Mishra
View all
You may also like:
"मेरी नज्मों में"
Dr. Kishan tandon kranti
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
कवि रमेशराज
कर ले प्यार
कर ले प्यार
Ashwani Kumar Jaiswal
जिनसे ये जीवन मिला, कहे उन्हीं को भार।
जिनसे ये जीवन मिला, कहे उन्हीं को भार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
पहले सा मौसम ना रहा
पहले सा मौसम ना रहा
Sushil chauhan
खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल।
खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल।
सत्य कुमार प्रेमी
ज़रूरत के तकाज़ो
ज़रूरत के तकाज़ो
Dr fauzia Naseem shad
मुक्तक
मुक्तक
Rashmi Sanjay
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
अपने आलोचकों को कभी भी नजरंदाज नहीं करें। वही तो है जो आपकी
अपने आलोचकों को कभी भी नजरंदाज नहीं करें। वही तो है जो आपकी
Paras Nath Jha
A Little Pep Talk
A Little Pep Talk
Ahtesham Ahmad
पापा आपकी बहुत याद आती है
पापा आपकी बहुत याद आती है
Kuldeep mishra (KD)
दुआ किसी को अगर देती है
दुआ किसी को अगर देती है
प्रेमदास वसु सुरेखा
फक़त हर पल दूसरों को ही,
फक़त हर पल दूसरों को ही,
Mr.Aksharjeet
2391.पूर्णिका
2391.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आंधियों से हम बुझे तो क्या दिए रोशन करेंगे
आंधियों से हम बुझे तो क्या दिए रोशन करेंगे
कवि दीपक बवेजा
पैसा ना जाए साथ तेरे
पैसा ना जाए साथ तेरे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बिन मौसम के ये बरसात कैसी
बिन मौसम के ये बरसात कैसी
Ram Krishan Rastogi
ऋतुराज
ऋतुराज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
पुरुष_विशेष
पुरुष_विशेष
पूर्वार्थ
वीर हनुमान
वीर हनुमान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ड्रीम-टीम व जुआ-सटा
ड्रीम-टीम व जुआ-सटा
Anil chobisa
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
राम है अमोघ शक्ति
राम है अमोघ शक्ति
Kaushal Kumar Pandey आस
मैंने आज तक किसी के
मैंने आज तक किसी के
*Author प्रणय प्रभात*
प्रत्यक्षतः दैनिक जीवन मे  मित्रता क दीवार केँ ढाहल जा सकैत
प्रत्यक्षतः दैनिक जीवन मे मित्रता क दीवार केँ ढाहल जा सकैत
DrLakshman Jha Parimal
कर्मफल भोग
कर्मफल भोग
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*उठा जो देह में जादू, समझ लो आई होली है (मुक्तक)*
*उठा जो देह में जादू, समझ लो आई होली है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
दोहे-*
दोहे-*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...