Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr. Kishan tandon kranti
279 Followers
Follow
Report this post
24 Aug 2024 · 1 min read
“यादों की बारात”
“यादों की बारात”
दर्द की बज रही शहनाई है,
यादों की बारात आई है।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 30 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
- शेखर सिंह
शेखर सिंह
इल्म
Bodhisatva kastooriya
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
पूर्वार्थ
'प्रेम पथ की शक्ति है'
हरिओम 'कोमल'
4417.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य जन्मोत्सव
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सत्य की विजय हुई,
Sonam Puneet Dubey
प्यार के ढाई अक्षर
Juhi Grover
"वो दिन दूर नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
Yogendra Chaturwedi
*रिश्ते भैया दूज के, सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Untold
Vedha Singh
ज्योतिर्मय
Pratibha Pandey
*नारी के सोलह श्रृंगार*
Dr. Vaishali Verma
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
..
*प्रणय*
बुझ गयी
sushil sarna
Preschool Franchise India
Londonkids
एक वो भी दौर था ,
Manisha Wandhare
पहला प्यार नहीं बदला...!!
Ravi Betulwala
आया दिन मतदान का, छोड़ो सारे काम
Dr Archana Gupta
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
इस बुझी हुई राख में तमाम राज बाकी है
कवि दीपक बवेजा
* नव जागरण *
surenderpal vaidya
वो दिखाते हैं पथ यात्रा
प्रकाश
ज़रा इतिहास तुम रच दो "
DrLakshman Jha Parimal
कभी - कभी
Shyam Sundar Subramanian
वो तो नाराजगी से डरते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
सोच रहा अधरों को तेरे....!
singh kunwar sarvendra vikram
हम तो मर गए होते मगर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...