Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

तेरी याद..

ख्यालों से लिपटा
तेरी यादों का कोहरा,
सामने रखी
चाय की प्याली
उस से उठता धुआं
तुम्हारी यादें
और….
धुंध में उभरता चेहरा तेरा!!

हिमांशु Kulshrestha

Language: Hindi
1 Like · 14 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हथेली पर जो
हथेली पर जो
लक्ष्मी सिंह
भूख
भूख
RAKESH RAKESH
मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ
मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ
Shweta Soni
यात्राओं से अर्जित अनुभव ही एक लेखक की कलम की शब्द शक्ति , व
यात्राओं से अर्जित अनुभव ही एक लेखक की कलम की शब्द शक्ति , व
Shravan singh
धिक्कार
धिक्कार
Dr. Mulla Adam Ali
हमें लिखनी थी एक कविता
हमें लिखनी थी एक कविता
shabina. Naaz
प्यारा-प्यारा है यह पंछी
प्यारा-प्यारा है यह पंछी
Suryakant Dwivedi
👍
👍
*Author प्रणय प्रभात*
कर्म -पथ से ना डिगे वह आर्य है।
कर्म -पथ से ना डिगे वह आर्य है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
👗कैना👗
👗कैना👗
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सच तो सच ही रहता हैं।
सच तो सच ही रहता हैं।
Neeraj Agarwal
जब कोई दिल से जाता है
जब कोई दिल से जाता है
Sangeeta Beniwal
"उजला मुखड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
नीला अम्बर नील सरोवर
नीला अम्बर नील सरोवर
डॉ. शिव लहरी
Winner
Winner
Paras Nath Jha
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आत्म साध्य विचार
आत्म साध्य विचार
Neeraj Mishra " नीर "
गीत - इस विरह की वेदना का
गीत - इस विरह की वेदना का
Sukeshini Budhawne
*दादी बाबा पोता पोती, मिलकर घर कहलाता है (हिंदी गजल)*
*दादी बाबा पोता पोती, मिलकर घर कहलाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
न मिलती कुछ तवज्जो है, न होता मान सीधे का।
न मिलती कुछ तवज्जो है, न होता मान सीधे का।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अखंड भारत कब तक?
अखंड भारत कब तक?
जय लगन कुमार हैप्पी
दुकान वाली बुढ़िया
दुकान वाली बुढ़िया
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
हमेशा..!!
हमेशा..!!
'अशांत' शेखर
राज नहीं राजनीति हो अपना 🇮🇳
राज नहीं राजनीति हो अपना 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ख़बर ही नहीं
ख़बर ही नहीं
Dr fauzia Naseem shad
2456.पूर्णिका
2456.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"वचन देती हूँ"
Ekta chitrangini
Loading...