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23 May 2024 · 1 min read

आत्म साध्य विचार

आत्म साध्य कर
भाग दौड़ के जीवन से
वक्त निकाल शांति की खोज में
घूम आया शमशान मैं

देख धधकती चिताओं को
भ्रम जीवन का छोड़ आया मैं
वक्त जब मेरा आएगा
यूँही जलाया जाऊंगा
घमंड अपने अस्तित्व का छोड़ आया मैं

स्वस वायु में
खाल आग में
राख मिट्टी में
हड्डियाँ जल में
अस्तित्व ब्रम्हांड में
विलीन होते देख आया मैं
वक्त मिलते ही
घूम आया शमशान मैं ||

नीरज मिश्रा ” नीर ” बरही मध्य प्रदेश

1 Like · 28 Views
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