Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2022 · 1 min read

यह जिन्दगी क्या चाहती है

यह जिन्दगी है जो
पल पल नया खेल दिखाती है
किसी को पल भर मे
फर्श से अर्श तक ले जाती है
और किसी को अर्श से फर्श गिरा देती है।
आखिर यह कौन सा खेल खेलती है
कहाँ किसी को समझ में आती है।

~अनामिका

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 174 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"आइडिया"
Dr. Kishan tandon kranti
🚩एकांत महान
🚩एकांत महान
Pt. Brajesh Kumar Nayak
चंचल मन***चंचल मन***
चंचल मन***चंचल मन***
Dinesh Kumar Gangwar
शाम सुहानी
शाम सुहानी
लक्ष्मी सिंह
रचना प्रेमी, रचनाकार
रचना प्रेमी, रचनाकार
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
Aarti sirsat
कुछ भी रहता नहीं है
कुछ भी रहता नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
* पराया मत समझ लेना *
* पराया मत समझ लेना *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पिया की प्रतीक्षा में जगती रही
पिया की प्रतीक्षा में जगती रही
Ram Krishan Rastogi
सुरभित पवन फिज़ा को मादक बना रही है।
सुरभित पवन फिज़ा को मादक बना रही है।
सत्य कुमार प्रेमी
Hallucination Of This Night
Hallucination Of This Night
Manisha Manjari
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
Udaya Narayan Singh
रंग रंगीली होली आई
रंग रंगीली होली आई
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*सीता-स्वयंवर : कुछ दोहे*
*सीता-स्वयंवर : कुछ दोहे*
Ravi Prakash
नए वर्ष की इस पावन बेला में
नए वर्ष की इस पावन बेला में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
3315.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3315.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
#पितृदोष_मुक्ति_योजना😊😊
#पितृदोष_मुक्ति_योजना😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
मिलन की वेला
मिलन की वेला
Dr.Pratibha Prakash
Sari bandisho ko nibha ke dekha,
Sari bandisho ko nibha ke dekha,
Sakshi Tripathi
वो मुझे
वो मुझे "चिराग़" की ख़ैरात" दे रहा है
Dr Tabassum Jahan
* बातें व्यर्थ की *
* बातें व्यर्थ की *
surenderpal vaidya
प्राणदायिनी वृक्ष
प्राणदायिनी वृक्ष
AMRESH KUMAR VERMA
अपनी हसरत अपने दिल में दबा कर रखो
अपनी हसरत अपने दिल में दबा कर रखो
पूर्वार्थ
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
Buddha Prakash
इंसान
इंसान
Vandna thakur
#दोहे
#दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
किसी पर हक हो ना हो
किसी पर हक हो ना हो
shabina. Naaz
दवा की तलाश में रहा दुआ को छोड़कर,
दवा की तलाश में रहा दुआ को छोड़कर,
Vishal babu (vishu)
मोबाइल फोन
मोबाइल फोन
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
Loading...