यक्षिणी-4
दीदारगंज की यक्षिणी को
बनाये हुए हो तुम
मशहूर
परम अर्थी
क्यों
कोई तो बात होगी हुजूर
क्यों बे
गंज अगंज वासी
दीदारार्थी!
दीदारगंज की यक्षिणी को
बनाये हुए हो तुम
मशहूर
परम अर्थी
क्यों
कोई तो बात होगी हुजूर
क्यों बे
गंज अगंज वासी
दीदारार्थी!