Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2024 · 1 min read

यक्षिणी-16

कवि
सरेराह सजाई जिस्म में
रखी तूने
तेरी प्रशंसा प्राप्त यक्षिणी की जगह

तो पुराख्याल तू!
पुरख्याल हो बता
तेरे अपने घर में पैसी छवि कैसी है यक्षिणी की
पत्नीरूपा
मां या पुत्रीस्वरूपा
या भक्ष्य भोग्या…?

Language: Hindi
84 Views
Books from Dr MusafiR BaithA
View all

You may also like these posts

धर्म कर्म
धर्म कर्म
Jaikrishan Uniyal
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बहुत दर्द है, असहनीय पीड़ा,
बहुत दर्द है, असहनीय पीड़ा,
लक्ष्मी सिंह
गीतिका
गीतिका
जगदीश शर्मा सहज
हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न ह
हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न ह
Rj Anand Prajapati
"बड़बोलापन यूं बना देख कोढ़ में खाज।
*प्रणय*
पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण संरक्षण
Pratibha Pandey
दिल
दिल
sheema anmol
सच्चे लोग सागर से गहरे व शांत होते हैं!
सच्चे लोग सागर से गहरे व शांत होते हैं!
Ajit Kumar "Karn"
बख्श मुझको रहमत वो अंदाज मिल जाए
बख्श मुझको रहमत वो अंदाज मिल जाए
VINOD CHAUHAN
हिंदी दोहे -कदंब
हिंदी दोहे -कदंब
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"भारत का गौरव गान है हिंदी"
राकेश चौरसिया
क्या शर्म
क्या शर्म
Kunal Kanth
रुकना नहीं चाहता कोई
रुकना नहीं चाहता कोई
Shriyansh Gupta
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
Rekha khichi
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
Ravi Betulwala
मेरे सपनो का भारत
मेरे सपनो का भारत
MUSKAAN YADAV
बहुत भूत भविष्य वर्तमान रिश्ते प्रेम और बाकी कुछ भी सोचने के
बहुत भूत भविष्य वर्तमान रिश्ते प्रेम और बाकी कुछ भी सोचने के
पूर्वार्थ
हमारे बिना तुम, जी नहीं सकोगे
हमारे बिना तुम, जी नहीं सकोगे
gurudeenverma198
ज़िंदगी का दस्तूर
ज़िंदगी का दस्तूर
Shyam Sundar Subramanian
Stay grounded
Stay grounded
Bidyadhar Mantry
~~~~हिन्दी गजल~~~~
~~~~हिन्दी गजल~~~~
Surya Barman
सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए
सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बेटियां होती है पराई
बेटियां होती है पराई
Radha Bablu mishra
.........कृष्ण अवतारी......
.........कृष्ण अवतारी......
Mohan Tiwari
आपके आने से
आपके आने से
Johnny Ahmed 'क़ैस'
*आजादी तो मिली मगर यह, लगती अभी अधूरी है (हिंदी गजल)*
*आजादी तो मिली मगर यह, लगती अभी अधूरी है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मुझको चाहिए एक वही
मुझको चाहिए एक वही
Keshav kishor Kumar
Love exists or not ?
Love exists or not ?
Abhijeet
- तेरे नाम यह जिंदगानी कर जाऊ -
- तेरे नाम यह जिंदगानी कर जाऊ -
bharat gehlot
Loading...