मौसम ने ली अँगड़ाई है
मौसम ने ली अँगड़ाई है
मौसम ने ली अँगड़ाई है
घनघोर घटा छाई है
मौसम सुहाना हो गया
ये दिल दीवाना हो गया
बारिश की झमाझम बूंदों से
प्रेम का पंछी मतवाला हो गया
कि मैं भीगा कि वो भीगे
ये समां सुहाना हो गया
ठंडी – ठंडी बयार ने
मुझको दीवाना कर दिया
वो कुछ सकुचाये , कुछ मुस्काये
बारिश ने उनको भी दीवाना कर दिया
प्रकृति की हर छटा खिल उठी
पंछियों का सफ़र सुहाना हो गया
बादलों का गड़गड़ – गड़गड़ करना
प्रेम का फ़साना हो गया
प्रकृति का रोम – रोम भीगा
बारिश का बहाना हो गया
नई – नई कोपलों से
अद्भुत नजारा हो गया
मैं भी भीगूँ तुम भी भीगो
मौसम सुहाना हो गया
बारिश की बूंदों से
कण – कण मतवाला हो गया
पीर दिल की मिट गयी
हर कोई दीवाना हो गया
पिछली बारिश याद आई
दिल मस्ताना हो गया
प्रकृति का रोम – रोम
बारिश से खिल उठा
बादलों की ख़ुशी का ठिकाना न रहा
बारिशो के गीतों का मौसम सुहाना हो गया