मौसम अलबेला मस्त मलंग
मौसम अलबेला मस्त मलंग
चढ़ा हुआ फागुन का रंग
खुला गगन पिया का संग
नील गगन में उड़ी पतंग
गटक गए थोड़ी सी भंग
मन मयूर में छाई उमंग
थिरक रहे तन मन अंग अंग
बाज रही शहनाई मृदंग
चढ़ गए हम तो शिखर उतंग
सप्तस्वरों में गीत प्रेम के
छिड़ी हुई प्यारी सी जंग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी