मौलिक विचार
मौलिक विचार
“एक कलमकार ही होता है जो अपनी कलम से शिथिल पड़े संगठनों और उसके मृत आंदलनों में ज़ोश भरता है।”
शायर:-“जैदि”
डॉ.एल.सी.जैदिया “जैदि”
मौलिक विचार
“एक कलमकार ही होता है जो अपनी कलम से शिथिल पड़े संगठनों और उसके मृत आंदलनों में ज़ोश भरता है।”
शायर:-“जैदि”
डॉ.एल.सी.जैदिया “जैदि”