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10 Apr 2020 · 1 min read

मौत

जिंदगी बोझ सी लगे है मौत में यार मेरा दिखे है
सफ़र में थे अब तलक अब अंतिम पड़ाव दिखे है

बहुत तनहा रहा अब तलक था जो भी सफ़र मेरा
यार से जाके कोई कह दे वस्ल की तलब दिखे है

इस पार की चाहत नहीं अब कोई भी बाकी
उस पार ही मिलन है मौत अब नाव दिखे है

~ सिद्धार्थ

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 241 Views
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