Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2018 · 1 min read

मोह

मोह की वजह हैं हजार
मोह ने लूट लिया सब घर द्वार
मोह ने खींचा सब को अपनी ओर
न दिन रात रहे न फिर हुई भौर !!

मोह में फस कर लूट गया सब
मोह में फिर भी रहे ताने हजार
मोह के धागे बड़े कच्चे हैं यहाँ
मोह का व्यापार है मतलब तक मेरे यार !!

मोह करने से क्या होगा
मोह ने किया अपना स्वार्थ सिद्ध
मोह में फसा तो उजाड़ गयी दुनिया
मोह ने फसा के किया घर से बाहर मेरे यार !!

मोह तब तक चला , जब तक
मोह ने खींच न लिया घर व्यापार
मोह ने पलटा पासा अपना शतरंज की तरह
मोह की वजह से चारो खाने चित पड़ा मेरा यार !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
2 Likes · 434 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
मैं कौन हूं
मैं कौन हूं
Dr Nisha Agrawal
सही कदम
सही कदम
Shashi Mahajan
मुश्किल से मुश्किल हालातों से
मुश्किल से मुश्किल हालातों से
Vaishaligoel
वो समझते हैं नाज़ुक मिज़ाज है मेरे।
वो समझते हैं नाज़ुक मिज़ाज है मेरे।
Phool gufran
शायरी
शायरी
Pushpraj devhare
सफलता और असफलता के बीच आत्मछवि- रविकेश झा
सफलता और असफलता के बीच आत्मछवि- रविकेश झा
Ravikesh Jha
चढ़ते सूरज को सदा,
चढ़ते सूरज को सदा,
sushil sarna
मेरी धड़कनों में
मेरी धड़कनों में
हिमांशु Kulshrestha
🙅#पता_तो_चले-
🙅#पता_तो_चले-
*प्रणय*
माँ लक्ष्मी
माँ लक्ष्मी
Bodhisatva kastooriya
एक छोटी सी बह्र
एक छोटी सी बह्र
Neelam Sharma
बाबर के वंशज
बाबर के वंशज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
यह शहर पत्थर दिलों का
यह शहर पत्थर दिलों का
VINOD CHAUHAN
है कौन वहां शिखर पर
है कौन वहां शिखर पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो
मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो
Sanjay ' शून्य'
रपटा घाट मंडला
रपटा घाट मंडला
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
नये सफर में गये हो जब से  बड़ी शराफत दिखा रहे हो।
नये सफर में गये हो जब से बड़ी शराफत दिखा रहे हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
💐💞💐
💐💞💐
शेखर सिंह
सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
पूर्वार्थ
"मेरे तो प्रभु श्रीराम पधारें"
राकेश चौरसिया
कमजोर क्यों पड़ जाते हो,
कमजोर क्यों पड़ जाते हो,
Ajit Kumar "Karn"
"वो अकेली घड़ी"
Dr. Kishan tandon kranti
23/188.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/188.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल __गुलज़ार देश अपना, त्योहार का मज़ा भी ,
ग़ज़ल __गुलज़ार देश अपना, त्योहार का मज़ा भी ,
Neelofar Khan
*Colors Of Experience*
*Colors Of Experience*
Poonam Matia
शब्दों की रखवाली है
शब्दों की रखवाली है
Suryakant Dwivedi
*प्रभु पर विश्वास करो पूरा, वह सारा जगत चलाता है (राधेश्यामी
*प्रभु पर विश्वास करो पूरा, वह सारा जगत चलाता है (राधेश्यामी
Ravi Prakash
Loading...