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18 Jun 2023 · 1 min read

मोबाइल (बाल कविता)

मोबाइल (बाल कविता)
*******************
मोबाइल हर समय
खेलते रहते मम्मी-पापा ,
जब थक जाते तब लड़ते
आपस में खोकर आपा।।

हमसे कभी न बातें करते
कभी नहीं पुचकारा ,
उठने से लेकर सोने तक
मोबाइल बस प्यारा ।

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 97 61 545 1

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