सूखी टहनियों को सजा कर
सूखी टहनियों को सजा कर
रखने का अब वक्त नहीं
जिन रिश्तो में मिठास ना हो
उन रिश्तो को सहेज कर
रखने का कोई अर्थ नहीं ।
सूखी टहनियों को सजा कर
रखने का अब वक्त नहीं
जिन रिश्तो में मिठास ना हो
उन रिश्तो को सहेज कर
रखने का कोई अर्थ नहीं ।