मोबाइल के फायदे,उतने ही नुकसान.
रही नहीं अब चिट्ठियाँ, आशिक की पतवार !
मोबाइल ने हर लिया ,…..चिट्ठी का हर सार !!
इसके जितने फायदे,…उतने ही नुकसान !
करिए फोन प्रयोग पर,रखें बात यह ध्यान।।
मोबाइल ईमेल ने, ….ऐसा दिया बिगाड़ !
चिट्ठी लिखना यूं लगे, चढ़ना हमें पहाड़ !!
मोबाइल ईमेल में,…. कैसे रखें गुलाब !
कैसे हो दिल यार की, चिट्ठी को बेताब !!
मोबाइल ईमेल से, चल जाता है काम।
चिट्ठी मे फिर प्रेमिका, क्या भेजे पैगाम।।
नारी का कैसे कहूँ, ….होने लगा मजाक !
दे देते हैं फोन पर, उनको सहज तलाक !!
मोबाइल ईमेल ने,……ऐसा किया कमाल !
देखा था कब डाकिया,नही याद वो साल! !
रमेश शर्मा.