मोदी
मानवता का मित्र, चरित्र हिमालय जैसा
भारत माँ का लाल,लाडला मन देवालय जैसा!
हीरे जैसा खरा, दमकता कुंदन जैसा
गंगाजल सा पावन,महके चंदन जैसा।
दसों दिशा में मंगलकारी
आशाओं का सूरज
दूरदर्शी नीतिज्ञ विचारक
स्नेह शांति सत पूरक।
उच्चकोटि के कर्म हैं जिसके
निपुण धर्म के ज्ञाता
संपोषक नित सकल सृष्टि के
दीन हीन के त्राता।
भूमंडल पर भारत की
ख्याति के नित्य प्रसारक
राजनीति इतिहास अर्थ
गुण ज्ञान विशारद।
जनहितकारी सब सुखकारी
नवयुग के महानायक
अनुशासित चौकस उत्साही
राष्ट्रवाद के गायक।
धीर वीर गंभीर सिपाही
विश्व पटल पर छाया
सक्षम साधक बोध प्रबोधक
स्वस्थ शांत चित्त काया।
भावों के बाजीगर वक्ता
कौशल कृषि विकासक
नम्र नित्य नूतन नवचारी
अनुपम अथक प्रशासक।
नाम नरेंद्र भाई जिनका
मधुर मनस्वी योगी।
हृदय समद में जन मानस में
सतत् विराजे मोदी।।
हो आपात भयंकर कितना
हो कैसी भी माया
कोरोना सी महाबला को
तप से दूर भगाया
घंटी थाली धूप दीप ले चला उपासक ऐसा
मानवता का मित्र, चरित्र हिमालय जैसा
विमला महरिया “मौज”