Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2024 · 1 min read

“मोड़ आ जाने से”

“मोड़ आ जाने से”

ठोकरें खुद बताएंगी
कि तुम्हें सम्हलना कैसे है,
मोड़ आ जाने से
कभी रास्ते खत्म नहीं होते।

2 Likes · 2 Comments · 22 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

” ये आसमां बुलाती है “
” ये आसमां बुलाती है “
ज्योति
मैया नवरात्रि में मुझपर कृपा करना
मैया नवरात्रि में मुझपर कृपा करना
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*** तस्वीर....! ***
*** तस्वीर....! ***
VEDANTA PATEL
प्रेम अंधा होता है मां बाप नहीं
प्रेम अंधा होता है मां बाप नहीं
Manoj Mahato
14) अक्सर सोचती हूँ...
14) अक्सर सोचती हूँ...
नेहा शर्मा 'नेह'
** चीड़ के प्रसून **
** चीड़ के प्रसून **
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
शुक्रिया पेरासिटामोल का...! ❤
शुक्रिया पेरासिटामोल का...! ❤
शिवम "सहज"
चित्त शांत नहीं
चित्त शांत नहीं
Ansh
साधना की मन सुहानी भोर से
साधना की मन सुहानी भोर से
OM PRAKASH MEENA
..
..
*प्रणय*
सत्य की राह
सत्य की राह
Seema gupta,Alwar
3224.*पूर्णिका*
3224.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
लोग शोर करते रहे और मैं निस्तब्ध बस सांस लेता रहा,
लोग शोर करते रहे और मैं निस्तब्ध बस सांस लेता रहा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस।
बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस।
Suryakant Dwivedi
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
नेताम आर सी
घूँघट के पार
घूँघट के पार
लक्ष्मी सिंह
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Interest vs interrupt
Interest vs interrupt
Rj Anand Prajapati
तुम भूल जाना मुझे
तुम भूल जाना मुझे
Jyoti Roshni
*गुरूर जो तोड़े बानगी अजब गजब शय है*
*गुरूर जो तोड़े बानगी अजब गजब शय है*
sudhir kumar
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
gurudeenverma198
अपने आप से एक ही बात कहनी है
अपने आप से एक ही बात कहनी है
Rekha khichi
नेता जी शोध लेख
नेता जी शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*मौका जिस क्षण भी मिले, भर लो विहग उड़ान (कुंडलिया)*
*मौका जिस क्षण भी मिले, भर लो विहग उड़ान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आप सच बताइयेगा
आप सच बताइयेगा
शेखर सिंह
"मातृत्व"
Dr. Kishan tandon kranti
अनजाने में भी कोई गलती हो जाये
अनजाने में भी कोई गलती हो जाये
ruby kumari
कोई दौलत पे, कोई शौहरत पे मर गए
कोई दौलत पे, कोई शौहरत पे मर गए
The_dk_poetry
सब कुछ मिले संभव नहीं
सब कुछ मिले संभव नहीं
Dr. Rajeev Jain
Loading...