Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Dec 2016 · 1 min read

कर्म छूटन की उपाई

कर्म छूटन की यही उपाई,
कार सेवा गुरु घर के मांही।
गुरुदेव ने श्री मुख से फरमाई,
कार सेवा करो मेरे भाई॥

आपका अपना
लक्की सिंह चौहान
ठि.:- बनेड़ा(राजपुर), भीलवाड़ा, राजस्थान

Language: Hindi
1 Like · 384 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सूखी नहर
सूखी नहर
मनोज कर्ण
सत्य प्रेम से पाएंगे
सत्य प्रेम से पाएंगे
महेश चन्द्र त्रिपाठी
गुरु पूर्णिमा आ वर्तमान विद्यालय निरीक्षण आदेश।
गुरु पूर्णिमा आ वर्तमान विद्यालय निरीक्षण आदेश।
Acharya Rama Nand Mandal
10. जिंदगी से इश्क कर
10. जिंदगी से इश्क कर
Rajeev Dutta
पुरुष का दर्द
पुरुष का दर्द
पूर्वार्थ
हिन्दी के हित
हिन्दी के हित
surenderpal vaidya
मेरी चाहत रही..
मेरी चाहत रही..
हिमांशु Kulshrestha
आज भी
आज भी
Dr fauzia Naseem shad
मिष्ठी रानी गई बाजार
मिष्ठी रानी गई बाजार
Manu Vashistha
💐प्रेम कौतुक-249💐
💐प्रेम कौतुक-249💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"बेहतर"
Dr. Kishan tandon kranti
रख धैर्य, हृदय पाषाण  करो।
रख धैर्य, हृदय पाषाण करो।
अभिनव अदम्य
हम शायर लोग कहां इज़हार ए मोहब्बत किया करते हैं।
हम शायर लोग कहां इज़हार ए मोहब्बत किया करते हैं।
Faiza Tasleem
Right now I'm quite notorious ,
Right now I'm quite notorious ,
Sukoon
नीति अनैतिकता को देखा तो,
नीति अनैतिकता को देखा तो,
Er.Navaneet R Shandily
चेहरा नहीं दिल की खूबसूरती देखनी चाहिए।
चेहरा नहीं दिल की खूबसूरती देखनी चाहिए।
Dr. Pradeep Kumar Sharma
🚩मिलन-सुख की गजल-जैसा तुम्हें फैसन ने ढाला है
🚩मिलन-सुख की गजल-जैसा तुम्हें फैसन ने ढाला है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बच्चों के मन भाता तोता (बाल कविता)
बच्चों के मन भाता तोता (बाल कविता)
Ravi Prakash
पितृपक्ष
पितृपक्ष
Neeraj Agarwal
निरुपाय हूँ /MUSAFIR BAITHA
निरुपाय हूँ /MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मिलने वाले कभी मिलेंगें
मिलने वाले कभी मिलेंगें
Shweta Soni
उधार  ...
उधार ...
sushil sarna
"जाने कितना कुछ सहा, यूं ही नहीं निखरा था मैं।
*Author प्रणय प्रभात*
यादों को याद करें कितना ?
यादों को याद करें कितना ?
The_dk_poetry
जब  सारे  दरवाजे  बंद  हो  जाते  है....
जब सारे दरवाजे बंद हो जाते है....
shabina. Naaz
मनुष्य का उद्देश्य केवल मृत्यु होती हैं
मनुष्य का उद्देश्य केवल मृत्यु होती हैं
शक्ति राव मणि
तो शीला प्यार का मिल जाता
तो शीला प्यार का मिल जाता
Basant Bhagawan Roy
आप हाथो के लकीरों पर यकीन मत करना,
आप हाथो के लकीरों पर यकीन मत करना,
शेखर सिंह
मंदिर जाना चाहिए
मंदिर जाना चाहिए
जगदीश लववंशी
हिन्दी माई
हिन्दी माई
Sadanand Kumar
Loading...