“मैं मजदूर हूँ”
“मैं मजदूर हूँ”
मैं मजदूर हूँ
अगणित बार धरा पर
मैंने स्वर्ग बनाए,
रेगिस्तानों की रेत को
धो-धो करके
सुरभित सुमन खिलाए।
“मैं मजदूर हूँ”
मैं मजदूर हूँ
अगणित बार धरा पर
मैंने स्वर्ग बनाए,
रेगिस्तानों की रेत को
धो-धो करके
सुरभित सुमन खिलाए।