अनुभव
अनुभव की क्या बात करें ?
अनुभव तो अनुभव होता है ।
कभी-कभी तो थोड़ा सा….
तो कभी गहनतम होता है ।।
कभी होता है गलती से
कभी संघर्षों से होता है !
लेकिन जब भी होता है ,
सब मिलता ,कुछ नहीं खोता है ।।
अनुभव तो हथियार है ऐसा
जो नहीं किसी से छोटा है !
बिगड़े काम सुधर जाते तब
मनुज कभी ना रोता है ।।
संस्कार – सद्गुण का खेत
अनुभव ने ही जोता है……
दानव भी मानव बन जाता
अनुभव का बीज जो बोता है ।।
दाग लगे जब मानव-मन पर
तब अनुभव उसको धोता है ।
मानव तो मानव है आखिर !
जो बिन अनुभव के थोथा है ।।