Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jun 2020 · 1 min read

मैं पानी हूँ

हाँ मैं ही हूँ निर्मल पानी

बिन मेरे न जिंदगानी

हाँ मैं ही हूँ………………।

इस धरा का सार बनकर

प्रकृति का उपहार बनकर

बहता हूँ मैं धार बनकर

वृक्षों का आहार बनकर

सींचा मैंने ही खेतों को, ओढ़ती जो चूनर धानी

हाँ मैं ही हूँ……………..।

नदी नाले और झरना

चट्टानों पर से गुजरना

बाधाओं को सहन करना

बाद वारीश में उतरना

कल-कल करता बहता हूँ मैं, मस्त हो अपनी रवानी

हाँ मैं ही हूँ………….।

जब भी नभ से बूंदे गिरती

आमोद से ये धरा हँसती,

बालपन की मुदित मस्ती

कागज से निर्मित वो कश्ती

बादलों की अतिशबाजी, से होती मेरी अगवानी,

हाँ मैं ही हूँ……………।

न करो बरबाद मुझको

करता हूँ आबाद तुझको

क्यों नही है याद तुझको

क्षय करता अहंवाद खुद को

जल स्त्रोतों को दूषित करना, मनुज तेरी है नादानी।

हाँ मैं ही हूँ…………।

मुझ बिन न जीवन रहेगा

वसुधा पर सूखा पड़ेगा

मानव आपस में लड़ेगा

शहर, बस्ती सब जलेगा

हे मानव! संभल जा नही तो, पड़ेगी कीमत चुकानी।

हाँ मैं ही हूँ…………….।

व्यर्थ मुझको न बहाओ

जल संरक्षण मुहिम चलाओ

जल स्त्रोतों को स्वच्छ बनाओ

जन-जन में अलख जगाओ

भविष्य में संकट न होगा, जब रुक जाएगी मनमानी

हाँ मैं ही हूँ निर्मल पानी।

Language: Hindi
6 Likes · 5 Comments · 216 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
VEDANTA PATEL
सुनी चेतना की नहीं,
सुनी चेतना की नहीं,
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
"बेमानी"
Dr. Kishan tandon kranti
समाज में शिक्षा का वही स्थान है जो शरीर में ऑक्सीजन का।
समाज में शिक्षा का वही स्थान है जो शरीर में ऑक्सीजन का।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मेरा दुश्मन मेरा मन
मेरा दुश्मन मेरा मन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*
*"हिंदी"*
Shashi kala vyas
*तन मिट्टी का पुतला,मन शीतल दर्पण है*
*तन मिट्टी का पुतला,मन शीतल दर्पण है*
sudhir kumar
दिल पर दस्तक
दिल पर दस्तक
Surinder blackpen
2522.पूर्णिका
2522.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
Kavita Chouhan
हिम्मत है तो मेरे साथ चलो!
हिम्मत है तो मेरे साथ चलो!
विमला महरिया मौज
कितने एहसास हैं
कितने एहसास हैं
Dr fauzia Naseem shad
हँसी
हँसी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
क्यों दिल पे बोझ उठाकर चलते हो
क्यों दिल पे बोझ उठाकर चलते हो
VINOD CHAUHAN
मुझसे  नज़रें  मिलाओगे  क्या ।
मुझसे नज़रें मिलाओगे क्या ।
Shah Alam Hindustani
हर हालात में अपने जुबाँ पर, रहता वन्देमातरम् .... !
हर हालात में अपने जुबाँ पर, रहता वन्देमातरम् .... !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
मंज़िलों से गुमराह भी कर देते हैं कुछ लोग.!
मंज़िलों से गुमराह भी कर देते हैं कुछ लोग.!
शेखर सिंह
शिवोहं
शिवोहं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
Ranjeet kumar patre
मन में रख विश्वास,
मन में रख विश्वास,
Anant Yadav
प्रेम
प्रेम
Mamta Rani
कौन कहता है आक्रोश को अभद्रता का हथियार चाहिए ? हम तो मौन रह
कौन कहता है आक्रोश को अभद्रता का हथियार चाहिए ? हम तो मौन रह
DrLakshman Jha Parimal
इस दरिया के पानी में जब मिला,
इस दरिया के पानी में जब मिला,
Sahil Ahmad
सावन
सावन
Madhavi Srivastava
दो साँसों के तीर पर,
दो साँसों के तीर पर,
sushil sarna
*चांद नहीं मेरा महबूब*
*चांद नहीं मेरा महबूब*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
सत्य कुमार प्रेमी
#शुभ_प्रतिपदा
#शुभ_प्रतिपदा
*Author प्रणय प्रभात*
चौपई /जयकारी छंद
चौपई /जयकारी छंद
Subhash Singhai
श्रीराम का पता
श्रीराम का पता
नन्दलाल सुथार "राही"
Loading...