मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
धर्म के झगड़ों को इस देश से रुकसत कर दे,
मुशल्मा न कोई हिंदू हो कोई सिक्ख न ईसाई हो,
मेरे दाता मेरे इस मुल्क को इंसान की बस्ती कर दे।
अभिषेक सोनी “अभिमुख”
मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
धर्म के झगड़ों को इस देश से रुकसत कर दे,
मुशल्मा न कोई हिंदू हो कोई सिक्ख न ईसाई हो,
मेरे दाता मेरे इस मुल्क को इंसान की बस्ती कर दे।
अभिषेक सोनी “अभिमुख”