मैं तेरी मुस्कान बनूँगा.
अरमान बनूंगा जान बनूंगा मैं तेरी पहचान बनूँगा… करके तेरे सारे दुख दूर, मैं तेरे चेहरे की मुस्कान बनूँगा. कैद थी जो तू जिन मकानों में, तुझे वहां से निकाल कर मैं तेरा आसमान बनूँगा. ए जिंदगी मत सता मेरी जान को, अब मैं उसका सारा जहां बनूँगा. तुमसे मिलने की चाहत इस कदर दिल में समाई है, तन्हा रातों में बिस्तर पर….. सोता मै…. बंद आंखें….. चलती सांसे. वक्त के हर लम्हे में मुझे बस तू नजर आई है,, तेरी आंखों का काजल,माथे की बिंदी, मांग का सिंदूर तेरे खुले बालों की खुशबू अब मेरी नस-नस में समई ह आप नजर आई है नजर आई है नजर आई है………… ✍️✍️✍️✍️