Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2024 · 1 min read

14. बात

हम कहते हैं कोई बात-
वह – सुन लेते हैं।
प्रतिकार नहीं करते ।
तिरस्कार भी नहीं करते।
बस –
बात को आत्मसात कर लेते हैं।
फिर ?
कुछ मनन कर,
कुछ अध्ययन कर।
उसी बात को –
तरोड़ मरोड़ कर
अपना पेटेंट कहते हैं।
बात –
हमसे निकली-
हमने सुनी,
हमने ही कहीं –
पर रही,
अनकही
बात में दम न था ?
या खम न था
सब होते हुए भी
बस
अन्दाजे बयां उनके जैसा न था,
इसीलिए –
बात –
रही दबी।
बदला अंदाजे बयां
उनके मुख से चल निकली वही बात।
वहीं
पेटैंट की मोहर,
ठप्प कर
जय जयकार की गूंज-सी निकली
——***—–

13 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गीतिका ******* आधार छंद - मंगलमाया
गीतिका ******* आधार छंद - मंगलमाया
Alka Gupta
आत्मबल
आत्मबल
Punam Pande
भारत के राम
भारत के राम
करन ''केसरा''
* मुझे क्या ? *
* मुझे क्या ? *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़र कुंदन जैसी चमक चाहते हो पाना,
ग़र कुंदन जैसी चमक चाहते हो पाना,
SURYA PRAKASH SHARMA
भीड से निकलने की
भीड से निकलने की
Harminder Kaur
प्रेम लौटता है धीमे से
प्रेम लौटता है धीमे से
Surinder blackpen
गमे दर्द नगमे
गमे दर्द नगमे
Monika Yadav (Rachina)
"पानी-पूरी"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा - चरित्र
दोहा - चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जोशीला
जोशीला
RAKESH RAKESH
*** सैर आसमान की....! ***
*** सैर आसमान की....! ***
VEDANTA PATEL
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
सत्य कुमार प्रेमी
हे पैमाना पुराना
हे पैमाना पुराना
Swami Ganganiya
श्री राम अमृतधुन भजन
श्री राम अमृतधुन भजन
Khaimsingh Saini
"लघु कृषक की व्यथा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
गर्मी
गर्मी
Dhirendra Singh
अपना यह गणतन्त्र दिवस, ऐसे हम मनायें
अपना यह गणतन्त्र दिवस, ऐसे हम मनायें
gurudeenverma198
बचपन मेरा..!
बचपन मेरा..!
भवेश
क्या यही संसार होगा...
क्या यही संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
2625.पूर्णिका
2625.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सूखा पेड़
सूखा पेड़
Juhi Grover
*अज्ञानी की कलम से हमारे बड़े भाई जी प्रश्नोत्तर शायद पसंद आ
*अज्ञानी की कलम से हमारे बड़े भाई जी प्रश्नोत्तर शायद पसंद आ
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
उमंग जगाना होगा
उमंग जगाना होगा
Pratibha Pandey
कुंडलिया . . .
कुंडलिया . . .
sushil sarna
🙅चुनावी चौपाल🙅
🙅चुनावी चौपाल🙅
*प्रणय प्रभात*
अपनी लेखनी नवापुरा के नाम ( कविता)
अपनी लेखनी नवापुरा के नाम ( कविता)
Praveen Sain
दस लक्षण पर्व
दस लक्षण पर्व
Seema gupta,Alwar
* का बा v /s बा बा *
* का बा v /s बा बा *
Mukta Rashmi
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
Rekha khichi
Loading...