Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2023 · 1 min read

मैंने उस पर ताजी गजलें लिखी है

उस पर ताजी गजलें लिखी है
कलम भी फूट फूट कर रोई है |

अपनी सूखी कलम कई बार
आंसुओं से भिगोई कोई है |

✍Kabhi Deepak Saral

72 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2730.*पूर्णिका*
2730.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पत्थर - पत्थर सींचते ,
पत्थर - पत्थर सींचते ,
Mahendra Narayan
बेरोजगारी
बेरोजगारी
पंकज कुमार कर्ण
प्रलयंकारी कोरोना
प्रलयंकारी कोरोना
Shriyansh Gupta
As gulmohar I bloom
As gulmohar I bloom
Monika Arora
प्रिय
प्रिय
The_dk_poetry
शून्य ....
शून्य ....
sushil sarna
#शेर
#शेर
*प्रणय प्रभात*
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*🌹जिसने दी है जिंदगी उसका*
*🌹जिसने दी है जिंदगी उसका*
Manoj Kushwaha PS
यह तो होता है दौर जिंदगी का
यह तो होता है दौर जिंदगी का
gurudeenverma198
*विभाजन-विभीषिका : दस दोहे*
*विभाजन-विभीषिका : दस दोहे*
Ravi Prakash
चली पुजारन...
चली पुजारन...
डॉ.सीमा अग्रवाल
पर्दा हटते ही रोशनी में आ जाए कोई
पर्दा हटते ही रोशनी में आ जाए कोई
कवि दीपक बवेजा
कभी न खत्म होने वाला यह समय
कभी न खत्म होने वाला यह समय
प्रेमदास वसु सुरेखा
शायरी 2
शायरी 2
SURYA PRAKASH SHARMA
* आ गया बसंत *
* आ गया बसंत *
surenderpal vaidya
सच तो ये भी है
सच तो ये भी है
शेखर सिंह
किसी नदी के मुहाने पर
किसी नदी के मुहाने पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
पागलपन
पागलपन
भरत कुमार सोलंकी
बाल कविता: मछली
बाल कविता: मछली
Rajesh Kumar Arjun
"खुद को खुली एक किताब कर"
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
"विजेता"
Dr. Kishan tandon kranti
*तुम और  मै धूप - छाँव  जैसे*
*तुम और मै धूप - छाँव जैसे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है)
ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है)
डॉक्टर रागिनी
कौन याद दिलाएगा शक्ति
कौन याद दिलाएगा शक्ति
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जिस्म झुलसाती हुई गर्मी में..
जिस्म झुलसाती हुई गर्मी में..
Shweta Soni
बलबीर
बलबीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Every moment has its own saga
Every moment has its own saga
कुमार
Loading...