मेरे पिता ने मुझे समझाया
जब जब दुनिया ने किया सवाल
मेरे पिता ने मुझे समझाया
रखना नही तू मन में मलाल
मेरे पिता ने मुझे समझाया
ऊपर से रहते है कठोर
मन है शांत नही करता शोर
समय बदलता अपनी चाल
मेरे पिता ने मुझे समझाया
बनना मत तू हठधर्मी
यश मिल जाएगा बन कर्मी
अपने काम को मत तू टाल
मेरे पिता ने मुझे समझाया
इंसानियत के धर्म से तो
तेरे इन अच्छे कर्म से तो
खुश हो जाएंगे महाकाल
मेरे पिता ने मुझे समझाया