मेरी साँसे अब तुझसे हैं।
जीवन की डोर बंधी तुझसे,
मेरी साँसे अब तुझसे हैं,
तू ही मेरे मन में है बसा,
मेरे दिल की धड़कन अब तुझसे है,
कुछ तेरी सुनूँ,कुछ अपनी कहूँ,
जीवन में रौनक अब तुझसे है,
कभी मैं थामूं कभी तुम थामो,
जीवन का सम्भलना अब तुझसे है,
सुख दुख में साथ निभायें हर दम,
जीवन का हर लम्हा अब तुझसे है,
एक दूजे के बिन अधूरे से हैं हम,
जीवन की सम्पूर्णता अब तुझसे है।।
By:Dr Swati Gupta