Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2021 · 1 min read

मेरी लाश से इतना बता दो।

दफन कर दो जमीन पर,
या जलती हुई चिता पर लेटा दो,
रह गया न एहसास मुझे में,
याद रखने की एक वजह बता दो,
इंसान हूंँ पर मरा हुआ,
मेरी लाश से इतना बता दो ।।१।

खुदगर्ज है जमाना इतना,
जीते हुए लोग श्मशान आ गए,
देखा न कब्रिस्तान जिसने,
वो इंसान मुझको राह बता गए,
इंसान हूंँ पर मरा हुआ,
मेरी लाश से………….।।२।

जला दो या कब्र बना दो,
फिक्र क्यों करते हो मृत पड़ा हुआ हूंँ,
मेरी चिंता में सारे इंतजार करते हो ,
शांत हूंँ फिर भी देख रुलाते हो ,
इंसान हूंँ पर मरा हुआ,
मेरी लाश से ………….।।३।

लेकर जाना नहीं है कुछ भी जीवन से ,
किसकी फिक्र में इतने इंतजाम करते हो ,
जीवन की एक गुथ्थी सुलझाने को,
अपना समय क्यों बर्बाद करते हो ,
इंसान हूंँ पर मरा हुआ ,
मेरी लाश से …………..।।४।

**बुद्ध प्रकाश,
** मौदहा हमीरपुर ।

Language: Hindi
5 Likes · 310 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all
You may also like:
*जिस बर्तन में मांस पक गया, दूषित वह अब कहलाता है (राधेश्याम
*जिस बर्तन में मांस पक गया, दूषित वह अब कहलाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
"कथनी-करनी"
Dr. Kishan tandon kranti
Jeevan ka saar
Jeevan ka saar
Tushar Jagawat
" न जाने क्या है जीवन में "
Chunnu Lal Gupta
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
//?
//?
*प्रणय*
वापस आना वीर
वापस आना वीर
लक्ष्मी सिंह
हम किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले
हम किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले
himanshu mittra
जिन्दगी तेरे लिये
जिन्दगी तेरे लिये
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
आपकी मुस्कुराहट बताती है फितरत आपकी।
आपकी मुस्कुराहट बताती है फितरत आपकी।
Rj Anand Prajapati
रहो कृष्ण की ओट
रहो कृष्ण की ओट
Satish Srijan
इंतजार
इंतजार
Mamta Rani
दहेज.... हमारी जरूरत
दहेज.... हमारी जरूरत
Neeraj Agarwal
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
Manisha Manjari
करते हैं सभी विश्वास मुझपे...
करते हैं सभी विश्वास मुझपे...
Ajit Kumar "Karn"
*
*"सिद्धिदात्री माँ"*
Shashi kala vyas
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Srishty Bansal
सुलेशन छोड़ कर सलूशन ढूंढ
सुलेशन छोड़ कर सलूशन ढूंढ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
वो तारीख़ बता मुझे जो मुकर्रर हुई थी,
वो तारीख़ बता मुझे जो मुकर्रर हुई थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3188.*पूर्णिका*
3188.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आंखों पर पट्टियां हैं
आंखों पर पट्टियां हैं
Sonam Puneet Dubey
पगली
पगली
Kanchan Khanna
*खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे*
*खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
The people who love you the most deserve your patience, resp
The people who love you the most deserve your patience, resp
पूर्वार्थ
मनोव्यथा
मनोव्यथा
मनोज कर्ण
हर खुशी
हर खुशी
Dr fauzia Naseem shad
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
भावों का विस्तृत आकाश और कलम की बगीया
भावों का विस्तृत आकाश और कलम की बगीया
©️ दामिनी नारायण सिंह
Loading...