Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2021 · 1 min read

मेरी भी मधुशाला

चार मित्र जब मिलते है
तो जाते है वो मधुशाला
खो जाते है सब ग़म उनके
जब जाते है वो मधुशाला ।।

आज के युग में धन्य वही जो
जाता है रोज़ मधुशाला
पीता भी हो थोड़ा थोड़ा
साथी को ले जाए मधुशाला।।

पीनेवाले की बातें तो
हमेशा दिल से होती है
नहीं ज़रूरत परखने की
वो हरदम सच्ची होती है ।।

नहीं वो छीनते सुकून किसी का
उनको सुकून देती है मधुशाला
वो है मदमस्त हमेशा भोलाभाला
आंखें खुलती जब पहुंचे मधुशाला ।।

कलयुग में है धोका बहुत
है झूठ का भी गड़बड़झाला
कभी धोका ना देता पीने वाला
सच्चा है बस वो मतवाला ।।

पूरे होश में होता वो
जब पहुंचे वो मधुशाला
पग डगमग करते उसके
जब छोड़े वो मधुशाला
लगता ऐसा रोक रही हो
जाने से उसको मधुशाला ।।

सुरा चलामत से तृप्त वो हो जाता
ऐसे यज्ञ रोज़ कराती है मधुशाला
भाईचारा आज कहां दिखता जग में
देखना हो तो, आओ तुम भी मधुशाला ।।

दिल में है दर्द मगर मधुशाला
में जश्न मनाता वो पीनेवाला
दोनों हाथों को उठाकर कहता
आज ना मैं यहां से जानेवाला ।।

उठो मित्र अब ले जाओ इसको
बंद होने को आई अब मधुशाला
कहता है साकी रोज़ हमें जब मित्र
मध्यरात्रि में भी ना छोड़ें मधुशाला।।

Language: Hindi
9 Likes · 5 Comments · 514 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all
You may also like:
प्रियवर
प्रियवर
लक्ष्मी सिंह
सुख दुख
सुख दुख
Sûrëkhâ
तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे
तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे
Dr Archana Gupta
शिक्षक को शिक्षण करने दो
शिक्षक को शिक्षण करने दो
Sanjay Narayan
*डमरु (बाल कविता)*
*डमरु (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"अपेक्षा"
Yogendra Chaturwedi
अवधी गीत
अवधी गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
राधा
राधा
Mamta Rani
गमले में पेंड़
गमले में पेंड़
Mohan Pandey
" आखिर कब तक ...आखिर कब तक मोदी जी "
DrLakshman Jha Parimal
#शीर्षक:-नमन-वंदन सब करते चलो।
#शीर्षक:-नमन-वंदन सब करते चलो।
Pratibha Pandey
शामें दर शाम गुजरती जा रहीं हैं।
शामें दर शाम गुजरती जा रहीं हैं।
शिव प्रताप लोधी
#शेर-
#शेर-
*प्रणय प्रभात*
गौतम बुद्ध के विचार
गौतम बुद्ध के विचार
Seema Garg
बहुत हुआ
बहुत हुआ
Mahender Singh
हमारी फीलिंग्स भी बिल्कुल
हमारी फीलिंग्स भी बिल्कुल
Sunil Maheshwari
3098.*पूर्णिका*
3098.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"दुर्भाग्य"
Dr. Kishan tandon kranti
वो रास्ता तलाश रहा हूं
वो रास्ता तलाश रहा हूं
Vikram soni
Dr arun कुमार शास्त्री
Dr arun कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मैं तो ईमान की तरह मरा हूं कई दफा ,
मैं तो ईमान की तरह मरा हूं कई दफा ,
Manju sagar
Noone cares about your feelings...
Noone cares about your feelings...
Suryash Gupta
युग युवा
युग युवा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
माँ सरस्वती-वंदना
माँ सरस्वती-वंदना
Kanchan Khanna
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
Phool gufran
गुरु
गुरु
Kavita Chouhan
नववर्ष
नववर्ष
Mukesh Kumar Sonkar
ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है
ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है
Paras Nath Jha
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
जयंत (कौआ) के कथा।
जयंत (कौआ) के कथा।
Acharya Rama Nand Mandal
Loading...